मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू

पहाड़ के ग्रामीण परिवेश में रहने वाली महिलाओं की कष्टप्रद जिन्दगी को आधार बना कर गाये गये नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गाने पहले भी “अपना उत्तराखंड” पर आपके लिये पेश किये गये हैं। आज इसी विषय पर नरेन्द्र सिंह नेगी जी का एक गाना प्रस्तुत है। इस गाने में एक ऐसी युवती के दिल की बातें हैं जिसने पिछली रात को अपनी शादी के बारे में एक सुन्दर सपना देखा है। अब चुंकि उसकी दिनचर्या का एक बड़ा हिस्सा जंगलों में घास काटने में ही व्यतीत होता है इसलिये जंगल के कुछ पेड़ पौधों और पक्षी-जानवरों से उसका लगाव स्वाभाविक है। पिछली रात देखे गये सपने की सारी बातें असल में उसके दिल में छुपी हुई हसरतें हैं। उस सपने के बारे में वह युवती एक चीड़ के पेड़ के साथ वार्तालाप कर रही है और सभी पक्षी और वृक्षों को अपनी शादी में आने के लिये मना रही है।

यह गाना भी हमें कई संस्करणों में मिलता है। पहला संस्करण कैसट संस्करण जिसे नेगी जी ने गाया है। दूसरा संस्करण जिसे एलबम “तीलै धारु बौला” के लिये अनिल बिष्ट के निर्देशन में अनुराधा निराला जी ने गाया है, तीसरा संस्करण एलबम गीत-गंगा (भाग – 1) में नेगी जी की आवाज में इसी गीत का एक अंतरा। यहाँ हम अनुराधा निराला की आवाज में पूरा गीत व नेगी जी की आवाज में गीत-गंगा से एक अंतरा प्रस्तुत कर रहे हैं।

भावार्थ : अरे चीड़ की डाली तू ऐसे मन्द-मन्द क्यूँ मुस्कुरा रही है, कहीं तूने मेरी आंखों में तैर रहे सपने देख तो नहीं लिये हैं? अरे अब मैं तुझ से क्या छुपाऊं, मैं अपनी दिल की गांठ अब तेरे सामने खोल ही देती हूँ. कल “वो” दूल्हा बन कर मेरे सपने में आये थे, लेकिन तू यह बात किसी को  बताना मत। अगर यह बात घास काटने वाली बातूनी महिलाओं ने सुन ली तो यह बात फैल जायेगी।

जंगल में पाये जाने वाली विभिन्न प्रकार के पक्षियों को संबोधित करते हुए युवती कहती है – हे घुघुती, हे घिन्दुड़ी, हे हिलांसी तुम लोग भी भूलना नहीं। मैं तुम सब को न्यौता भिजवाउंगी, तुम सब मेरी शादी में जरूर आना।

मेरे तन-मन में हल्की गुदगुदी सी लग रही है, और यह सब सोच-सोच कर मुझे शरम भी आ रही है। कल तक जो दुनिया पराई थी वो आज अचानक अपनी सी लगने लगी है। मैने सपने में देखा कि मेरी सासू जी बहुत प्यार करने वाली हैं और ससुर जी तो देवता समान हैं, ननद-जेठानी भी अच्छी हैं। अब ऐसे ससुराल में जाकर अगर में तुम सब साथियों को भूल भी जाऊं तो आशा है कि तुम लोगों को बुरा नहीं लगेगा। अब यह सब बातें सच होंगी या नहीं, क्या पता? लेकिन मैने सपना तो देख ही लिया है।

गीत के बोल देवनागिरी में

मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि
कखि तिन मेरि आख्यूं का सुपिन्या, देखि त नि यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि
कखि तिन मेरि आख्यूं का सुपिन्या, देखि त नि यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू

त्वै मां बोदु हे दगड़िया, मन की गैंड़ खोलि, त्वै मां बोदु हे दगड़िया, मन की गैंड़ खोलि
ब्योला बणि वो सुपिन्या मां आई, तू कैमां ना बोलि
छुंयाल घसैलि सुणालि- छुंयाल घसैलि सुणालि, बात फैलि जालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि, मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू…..

हे घुघति, घिन्दुड़ि, हे हिलांसि, तू भी भुलि ना जैई, हे घुघति, घिन्दुड़ि, हे हिलांसि, तू भी भुलि ना जैई
मुण्ड बदौणु मेरा ब्यो मां दगड़्या, टक्क लगै की ऐई
न्यूंति बुलोंलु, पुजि पठ्यौंलु – न्यूंति बुलोंलु, पुजि पठ्यौंलु, मिन पैलि बोल्यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि, मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू…..

कुतग्यालि सि लगणि तन-मन मां, सोचि सोचि लाज, कुतग्यालि सि लगणि तन-मन मां, सोचि सोचि लाज
घासन क्यैकि पूरी ह्वैनि, गैठ्याई डांनि आज
सैरि दुन्या अपणी ह्वै ग्याई-सैरि दुन्या अपणी ह्वै ग्याई, बिराणी छै जा ब्यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि, मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू…..

सासु मयैल्यू मेरि ससुरा जी द्याब्ता, भलि-भलि नणद जेठाणि,सासु मयैल्यू मेरि ससुरा जी द्याब्ता, भलि-भलि नणद जेठाणि
बिसरि ना ज्यूं त्वै यना सैसुर में, दगड़्या बुरु ना मानि
भाग मां होलु चा नि होलु – भाग मां होलु चा नि होलु, सुपिन्या त देखि यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू, हे कुलै की डालि, कखि तिन मेरि आख्यूं का सुपिन्या, देखि त नि यालि
मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू…….

गीत (अनुराधा निराला की आवाज में)  : [audio:mul-mul-kyeku-hashini-chhe-tu-by-anuradha-nirala.mp3]

गीत (नेगी जी की आवाज में गीत-गंगा से) : [audio:mul-mul-kyeku-hashini-chhe-tu-by-narendra-singh-negi.mp3]

इस गीत का चुनाव व हिन्दी अर्थ हमारे सदस्य और लेखक हेम पंत का है।

अपना उत्तराखंड में उत्तराखंड से संबंधित गीत केवल उत्तराखंड के संगीत को बढ़ावा देने के लिये हैं। यदि आपको यह पसंद आयें तो निवेदन है कि बाजार से इन्हे सीडी या कैसेट के रूप में खरीद कर उत्तराखंडी संगीत को बढ़ावा दें। हम यथा-संभव सीडी या कैसेट की जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी हो तो क़ृपया टिप्पणी में बतायें।

Lyrics of song “ Mul Mul Keku Hashni Chhey tu, he kuley ki Dali”

mul-mul kaiku hainsani chhey too, mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali
kakhi tin meri aakhyoon ka supinya, dekhi to ni yali
mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali
kakhi tin meri aakhyoon ka supinya, dekhi to ni yali
mul-mul kaiku hainsani chhey too

tvai man bodu he dagadiya, man kee gaind kholi, tvai man bodu he dagadiya, man kee gaind kholi
byola bani vo supinya man aaee, too kaiman na boli
chhunyal ghasaili sunali- chhunyal ghasaili sunali, bat faili jali
mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali, mul-mul kaiku hainsani chhey too…..

he ghughati, ghindudi, he hilansi, too bhi bhuli na jaiee, he ghughati, ghindudi, he hilansi, too bhi bhuli na jaiee
mund badaunu mera byo man dagadya, takk lagai kee aiee
nyoonti bulonlu, puji pathyaunlu – nyoonti bulonlu, puji pathyaunlu, min paili bolyali
mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali, mul-mul kaiku hainsani chhey too…..

kutagyali si lagani tan-man man, sochi sochi laj, kutagyali si lagani tan-man man, sochi sochi laj
ghasan kyaiki poori hvaini, gaithyaee danni aaj
sairi dunya apani hvai gyaee-sairi dunya apani hvai gyaee, birani chhey ja byali
mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali, mul-mul kaiku hainsani chhey too…..

sasu mayailyoo meri sasura ji dyabta, bhali-bhali nannad jethani,sasu mayailyoo meri sasura ji dyabta, bhali-bhali nannad jethani
bisari na jyoon tvai yana saisur men, dagadya buru na mani
bhag man holu cha ni holu – bhag man holu cha ni holu, supinya t dekhi yali
mul-mul kaiku hainsani chhey too, he kuley kee dali, kakhi tin meri aakhyoon ka supinya, dekhi to ni yali
mul-mul kaiku hainsani chhey too…….

You can get many such songs in our forum and download Kumaoni/Garhwali songs through the links provided there.

Album : Teely Dharu Bola, Director: Anil Bisht, Audio-Video : Rama Cassettes

Disclaimer : These songs are only to promote Uttarakhandi Music. If you like these then please buy original Cd/Cassettes and help Uttarakhandi Music.

Mul Mul Keku Hasni Chhey Tu Hey Kuley Ki Dali

Related posts

9 Thoughts to “मुल-मुल कैकु हैंसणि छै तू”

  1. bahut khushi hui apne uttrakhand ke baare me jaankar aapse judna padega

    1. dhaneesh

      very nice
      good work done

  2. sunder singh negi

    this is very very crazy song.

  3. dspatwal

    ye song download kahan se kar sakte hai.

  4. netra singh

    yah ek baut hi achcha prayash hai. ham kahin bhi rahain par hamari sanskriti hamesha saath rahegi, our ham log ek dusre se jude bhi rahenge. gaana bahut hi achcha hai.

  5. vishu

    bahut hi pyaara geet hai jo dil ko choo jaata hai .kuch bahut hi dil ko chune wale bhav-arth choot gaye hai. utni hi pyari awaaz hai anuradha nirala ji ki , pata nahin kyon negi ji ne itni achhi awaj ko age mauka nahin diya.

  6. pankaj kumar sharma

    Bahut he payra gana h. Aj kal etne acche gane ate to nhe h magr ye bahut he accha gana h.dil ko chu gya.

  7. Fathers Day 2015 wallpapers wishes, jokes and quotes are presenting here for you, just make your wishes and the day very interesting

Leave a Comment